
"प्रतिशोध कि ज्वाला" का पहला पृष्ठ
कुछ दोस्तों कि चुहलबाजी भी शामिल थी वहाँ, तो कुछ लोग ऐसे भी थे जो पहली बार ध्रुव कि कामिक्स ट्राई करना चाह रहे थे.. मैंने पाया है कि पहली बार ध्रुव को ट्राई करने वालों में हमसे एक पीढ़ी पहले के लोग होते हैं.. मैंने अपने एक पोस्ट में लिखा भी था कि "हर पीढी का अपना एक नायक होता है.. जैसे मुझसे 10-15 साल पहले वाली पीढी के लोगों के लिये वेताल और मैंड्रेक नायक हुआ करते थे.. उस समय भारत में इंद्रजाल कामिक्स का प्रभुत्व हुआ करता था.. सो उस पीढी के नायक भी उसी प्रकाशन से छपने वाली कामिक्स की हुआ करती थी.. ठीक वैसे ही मेरी पीढी के लिये नायक ध्रुव और नागराज जैसे हीरोज हैं.."
अब जैसे जैसे लोगों ने रिप्लाई करना शुरू किया, मैंने उन्हें पहली कामिक्स भेजनी भी शुरू कर दी.. वह कामिक्स ध्रुव कि भी पहली कामिक्स थी.. "प्रतिशोध कि ज्वाला" जिसे मैंने पहले भी इस ब्लॉग पर कभी पोस्ट किया था..
सबसे पहले स्तुति जी आई जिन्होंने कामिक्स पाने के बाद तुरत बांकेलाल कि कामिक्स "बांकेलाल और राजसी तलवार" के लिए पेशकश भी कर दी, जिसे मैं ठीक से पढ़े बिना यह समझा कि वह बांकेलाल कि कामिक्स चाह रही हैं.. :)
डा.महेश सिन्हा जी आकर चिढा गए, बोले "बिल कब भेजोगे?" मैंने भी स्पोर्ट स्पिरिट दिखाते हुए उसी मजाक में कह दिया "महेश जी, अभी तो फ्री में बाँट रहे हैं.. एक बार लत लगने दीजिए फिर पैसा कमाएंगे.. :D"

इन सब के बीच स्तुति के कहने पर(बोले तो ऑन डिमांड :D) मैंने "चाचा चौधरी साबू और फुटबाल" सभी को मेल भेजना शुरू किया.. और बाद में "बिल्लू का समोसा" कि भी बारी आई..
तो पूरी बात का लब्बोलुआब यह हुआ कि इस एक पोस्ट में आपके सामने लेकर आया हूँ मैं चार कामिक्स :) जिसमे से एक मैं पहले भी यहाँ ला चुका हूँ, मतलब तीन नए कामिक्स.. फिलहाल तो आप इस पोस्ट में दिए लिंकों का चक्कर लगा कर तीनों कामिक्स ढूंढें और मजे लें.. मैं जान बूझ कर सभी लिंक इकट्ठे नहीं दे रहा हूँ, कुछ मेहनत आप भी तो करें.. ही ही ही.. :D