Thursday, October 2, 2008

अफलातून का व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई



क्या इसे देखकर आपको कुछ याद आया? जी हां, यह इंद्रजाल कामिक्स के अंत में दिया जाने वाले कुछ कार्टून चरित्रों में से एक है.. मुझे इनका इतिहास कुछ भी पता नहीं है मगर यह जरूर याद है कि जब बहुत छोटा था तब गुणाकर के चित्रों को बड़े ध्यान से देखता था.. अफलातून के कार्टून्स उस समय मेरी समझ से बाहर कि बात हुआ करती थी.. अगर मेरे पाठकों में से किसी को कुछ पता हो इन चरित्रों के बारे में तो कुछ बताने का कष्ट करें..

धन्यवाद..

3 comments:

  1. बचपन की याद दिला दी .....अच्छा लगा।

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  2. हम तो समझे थे कि आप हमारे मित्र अफलातून जी के बारे मे कह रहे हैं
    वैसे हमारे अफलातून जी भी लड़ रहे है, पर अवव्यस्था के खिलाफ

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  3. यह पोस्ट लिखते समय मुझे लग रहा था कि लोग कंफ्यूज्ड हो सकते हैं..
    मगर यदि मैं आपके मित्र अफलातून जी के बारे में लिखता तो अंत में 'जी' लगाना नहीं भूलता.. :)

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