Sunday, January 11, 2009

मार्वल की दुनिया में गृह-युद्ध और बेचारा पीटर पार्कर...

इस अनूठे ब्लौग पर मेरा ये पहला पोस्ट है। प्रशांत जी के इस बेमिसाल प्रयास की जितनी तारीफ की जाये, वो कम है। अपने पोस्ट में मैं ले चलूंगा आपको राजनगर से बाहर, राजनगर से बहुत दूर दो विशाल बाह्य ब्रह्मांडों की ओर, जिन्हें हम क्रमशः "मार्वल" और "डीसी" के नाम से जानते हैं। ...और वो भी खास कर दो जांबाज रिपोर्टरों की बातें। पीटर पार्कर और क्लार्क कैंट की बातें।

तो आज शुरूआत करते हैं न्यूयार्क की। जरा झांक कर देखते हैं कि क्या हो रहा है राजनगर से परे ब्रह्मांड के दूसरे सिरे पर पीटर पार्कर उर्फ स्पाइडर-मैन की दुनिया में। क्या कहा? कि ये मैंने क्या किया? कि मैंने स्पाइडर-मैन का परिचय यूं खुले आम पूरी दुनिया के समने जाहिर कर दिया? दरअसल विगत एक साल स्पाइडर-मैन की जिंदगी के बड़े ही उथल-पुथल भरे रहे हैं। उसका छिपा हुआ रहस्य जग-जाहिर हो चुका है। दुनिया जान चुकी है कि स्पाइडर-मैन और कोई नहीं, बल्कि "डेली बिगुल" का वो पिद्‍दी-सा दिखने वाला रिपोर्टर पीटर पार्कर ही है।

हुआ यूं कि अमरिकी सरकार ने सदन में एक बिल पारित कर सारे सुपर-हीरोज को अपना परिचय आम करने का आदेश जारी कर दिया। इस बिल को "सुपर ह्‍युमैन रजिस्ट्रेशन एक्ट" का नाम दिया गया है और इसके तहत हर मास्क पहनने वाले सुपर-हीरो को सरकार के समक्ष खुद को प्रस्तुत करना होगा और खुद का पंजिकरण करवाना पड़ेगा। इस तमाम प्रकरण का सुत्रधार टोनी स्टार्क उर्फ आयरन-मैन था,जिसने अमरिकी-राष्ट्रपति के साथ एक करार करते हुये ये मुहीम चलाई और स्पाइडर-मैन को तैयार कर लिया अपने संग दुनिया के समक्ष अपना परिचय खोलने के लिये।










...अब आप सब अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी जबरदस्त कथा-रेखा चल रही है इस वक्‍त मार्वल के ब्रह्मांड में। ये कहानी चल रही है(गुजर चुकी है) मार्वल से हर माह तीन बार छपने वाले अमेजिंग स्पाइडर-मैन में,जिसे मैं कई सालों से सब्सक्राइव कर रहा हूँ। अगर आप सब चाहेंगे तो मैं लगातार आप तक उस मोहक ब्रह्मांड की खबरें लाता रहूंगा।

मिलते हैं जल्द ही....

4 comments:

  1. सुस्वागतम गौतम भाई.. अच्छा लगा आपका यह लेख पढ़कर और पीटर पार्कर के बारे में जानकर भी.. आपसे एक जानकारी चाहिये, ये मार्वल कि कामिक्स आप कैसे मंगवाते हैं?

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  2. Wahh Gautam Ji...Chaliye aapki post ke bahane Civil War Mini Series ki Jaankaari Milti rahegi... (waise aisa hi kuchh funda Alan Moore ne WATCHMEN mein bhi introduce kiya tha)...Art - Jr Jr Ki Nazar Aa rahi hai, Kya main sahi hoon???

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  3. शुक्रिया आपदोनों का.....प्रशांत जी कई साल पहले मेरे एक अजीज मित्र ने मेरे कामिक्स के प्र्ति दीवानगी देख कर इस मार्वल कामिक्स का सब्सक्रिपशन उपहार में दिया था.तब से हर साल बस मैं इसे मार्वल की साइट पर जाकर आनलाइन रि-न्यू करा लेता हूं.खरचा तो है.मगर मैने ज कर लेता हूं.
    और टूनफैक्टरी की जानकारी तकरीबन सही है...आर्ट वाकई उनसे मिलती है मगर असल में इस सिविल वार के स्पाइडर-मैन सीरीज का आर्ट-वर्क महान रौन गार्ने का है...बील रेनहोल्ड के रंगों के सहयोग से

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  4. Art mein Jr Jr Ki crispness nahin thi aur yahi wajah thi ki main poori tarah sure nahin tha ki ye unka kaam hai...jo ki theek bhi nikla...dar asal kayi baar inkers badalne ki wajah se art zara badli si nazar aati hai toh yeh bhool ho gayi...

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