Wednesday, August 27, 2008

अनुराग कश्यप बनायेंगे डोगा पर फ़िल्म

इससे पहले कि मैं असल ख़बर पर आऊं, चाहूँगा कि दो लाइनें अपने और अपने पहले प्यार के बारे मे भी बता दूँ..
बचपन से ही कॉमिक्स का भूत मेरे सर चढ़ कर बोलता है और पढ़ पाने की उम्र से पहले ही रंगबिरंगे चित्रों से साजो कॉमिक बुक्स से मुझे प्यार हो गयाइंद्रजाल कॉमिक्स का शौकीन तो रहा मगर पढने लायक उम्र होने से पहले ही उनका प्रकाशन बंद हो गया (इसका मतलब ये नहीं कि इंद्रजाल पढ़ी नहीं, मामा जी के पास करीब ५०० इंद्रजाल कॉमिक्स थे और समय के साथ हमने हर कहानी कम से कम - बार ज़रूर पढ़ी है)। होश सँभालते ही चाचा चौधरी से परिचय हुआ और हर रविवार पापा जी से एक अमर चित्रकथा की रिश्वत लिए बिना रविवार की सुबह का नाश्ता गले के नीचे नहीं उतरता था
मैं शायद क्लास ४थी का विद्यार्थी था जब मेरा परिचय राज कॉमिक्स से हुआये किरदार और इनकी कहानियाँ मेरे पसंदीदा चाचा चौधरी से कहीं ज़्यादा complicated थेशुरू शुरू में मुझे ये इतने पसंद नहीं आए मगर एक वक्त के बाद नागराज और सुपर कमांडो ध्रुव मेरे फेवरेट हो गए और इस तरह शुरू हुआ मेरा राज कॉमिक्स प्रेम का सफर

राज कॉमिक्स धीरे धीरे सफलता की और बढ़ रही थी और उनके प्रतिभाशाली लेखक और आर्टिस्ट्स की टीम नित नए सुपर-हीरोज़ गढ़ रही थीसाल जहाँ तक मुझे याद है १९९१ या ९२ रहा होगा जब राज कॉमिक्स ने हीरोज़ की नई तिकडी मैदान में एक साथ उतारी, ये हीरो थे डोगा, अश्वराज और गोजोतरुण कुमार वाही की कलम से निकले इन सभी महानायकों ने हम बच्चो की वाह-वाही लूटीगोजो ज़्यादा दिनों तक सफल नही रह सका हाँलाकि अश्वराज को आंशिक सफलता ज़रूर मिलीजो किरदार इन सबके साथ आया ज़रूर मगर बाद में लम्बी रेस का घोड़ा साबित हुआ वो था कुत्ते की शक्ल वाला ज़बरदस्त हीरो डोगा
डोगा की प्रथम कॉमिक कर्फ्यू, मुझे अच्छी तरह याद है सुपर कमांडो ध्रुव की कॉमिक विडियो विलेन के सेट में रिलीज़ हुयी थी और सीमित पॉकेट मनी होने की वजह से मैं कभी क्रमशः (आधी कहानियों) वाली कॉमिक्स नहीं खरीदता था (कौन जाने अगला भाग कब रिलीज़ हो और क्या पता उसको खरीदने के पैसे जेब में हो हो)। कर्फ्यू एक ऐसी ही कहानी का पहला भाग थी सो दुविधा में पड़ते हुए हमने अपने Tried & Tested Superhero ध्रुव की कॉमिक पर ही पैसे लगना उचित समझाऔर बाद में जब हमें पता चला डोगा की कहानी एक या दो नही बल्कि तीन भागो में पूरी की जायेगी तो मैं मन ही मन अपने इस निर्णय पर खुश भी बहुत हुआ
खैर जब गर्मी की छुट्टियों में डोगा की तीनो कॉमिक्स कर्फ्यू , ये है डोगा और मैं हूँ डोगा पढ़ी तो बस पढ़ते ही चला गयातरुण कुमार वाही और संजय गुप्ता की कहानियों पर मनु की चित्रकारी हर तरह से अब तक की आई सभी भारतीय कॉमिक्स पर भारी पड़ती नज़र आईइसके बाद तो हम डोगा के अंधभक्त हो गए, बीच में जब कुछ कहानियों में मनु की जगह विनोद जी से चित्रकारी करवाई गई (चोर सिपाही और अन्य कहानियों में) तो मुझे बिल्कुल पसंद नही आया मगर मनु की डोगा पर अबकी जो वापसी हुयी वह कम से कम साल २००० तक बेरोक टोक चली
डोगा की कहानियाँ हमेशा एक हकीक़त और dark touch लिए होती थी और मनु के शानदार चित्र उन्हें और भी बेजोड़ बना देते थेभारतीय कॉमिक्स में इस तरह का एंटी हीरो मिलना नामुमकिन ही होगामैं डोगा की कोई भी कहानी कितनी भी बार पढ़ सकता हूँ बशर्ते वे तरुण जी की कलम और मनु की ब्रश के संगम से निकली होकई कहानियाँ तो अच्छी अच्छी फिल्मों को मात दे सकती हैं, भले ही कुछ कहानियों की प्रेरणा कुछ विदेशी कॉमिक्स से आई हो पर तरुण जी उनको हिन्दुस्तानी रंग देने में माहिर थे
इन कहानियों में सलीम जावेद के रचे एंग्री यंगमैन की जो फिल्मी छाप थी वह शायद ही किसी और किरदार की किसी कहानी में देखने को मिलेगी
जब मैंने गोथम कॉमिक्स में काम शुरू किया तो भारतीय कॉमिक्स बनाम विदेशी कॉमिक्स के वाद विवाद में डोगा और मनु की चित्रकारी मेरे लिए तुरुप के इक्के का काम करते रहे। (बाद में गोथम कॉमिक्स का नाम वर्जिन कॉमिक्स हो गया और मनु ने बंगलोर कर वर्जिन के लिए काम शुरू कर दिया , ये एक अलग कहानी है किसी अन्य पोस्ट में चर्चा करेंगे ; यदि आपने चाहा तो) ।
जब भी किसी ने मुझसे पूछा की किस एक इंडियन हीरो पर तुम फ़िल्म देखना/बनाना पसंद करोगे तो मेरा जवाब हमेशा डोगा ही रहा (ध्रुव की जगह कब डोगा ने ले ली पता भी नहीं चला)।
कुछ दिन पहले मैं फ़िल्म The Dark Knight देखने के बाद अपने मित्र सौमिन से बात कर रहा था कि डोगा पर भी एक डार्क और ज़बरदस्त फ़िल्म बन सकती है शायद वो रात मुरादोंवाली रात थीअगली सुबह ही समाचार मिला अनुराग कश्यप ने डोगा पर फ़िल्म बनाने कि घोषणा कि हैविस्तृत समाचार के लिए क्लिक करें यहाँ

अनुराग स्वयं बड़े कॉमिक प्रेमी हैं, उनसे मैं मुंबई स्थित लैंडमार्क के कॉमिक्स/ग्राफिक नॉवेल सेक्शन में कई बार टकराया हूँ और कॉमिक्स पर छोटी मोटी चर्चाएं भी की हैंएक बात तो तय है कि अनुराग के हाथों में डोगा सुरक्षित है और उनकी फिल्मों (ब्लैक फ्राईडे और नो स्मोकिंग) के डार्क ट्रीटमेंट को देखें तो लगता है डोगा के डार्क कथानक के साथ भी अनुराग सही न्याय कर पाएंगेबस एक ही बात है जो मुझे हज़म नहीं हो पा रही वो है डोगा के रोल के लिए कुनाल कपूर का चयनमुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है शायद कुनाल इस रोल के साथ न्याय कर पाएंखैर पसंद अपनी अपनी
आप सभी साथियों से मैं जानना चाहूँगा कि इस पर आपकी क्या राय है? आपको क्या लगता है? क्या आप मुझसे सहमत हैं? यदि हाँ तो वो कौन सा भारतीय फ़िल्म कलाकार है जो डोगा/सूरज के किरदारों के साथ सही न्याय कर पायेगा? और डोगा कि कहानी के बाकी किरदारों के लिए आपके पसंदीदा कलाकार कौन होंगे?
साथ ही हम चर्चा कर सकते हैं कि और कौन से वो भारतीय हीरोज़ हैं, जिनपर आप फिल्म देखना पसंद करेंगे?
इंद्रजाल के बहादुर (जिसकी रचना आबिद सुरती जी ने की थी और चित्र गोविन्द ब्राह्मनिया जी के होते थे) पर भी एक फिल्म की घोषणा हुयी थी मगर बात घोषणा से आगे बढती अब तक नज़र नहीं आई है

(तमाम कोशिशों के बाद भी मैं इस पोस्ट पर कोई चित्र अपलोड नहीं कर पा रहा, यदि किसी सहृदय सदस्य के पास मनु की बनाई डोगा की कुछ अच्छी तसवीरें हो, कृपया अपलोड करेंगे। धन्यवाद।)
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लिजिये, मैंने डोगा की एक तस्वीर अपलोड कर दी है.. मेरे पास डोगा कि शुरू की तीनों कामिक्स है.. मैं कोशिश करूंगा की जल्द से जल्द उसे इंटरनेट पर अपलोड करके यहां पोस्ट कर सकूं.. :)
धन्यवाद आलोक जी..

7 comments:

  1. कॉमिक्‍स की दुनिया की जब भी बातें हों तो पुराने दिन खूब खूब याद आते हैं । शीर्षक देखकर खिंचा चला आया । आज ही अपने एक मित्र से गपशप हो रही थी जिसने कॉमिक्‍स के जुनून की वजह से ही अपने बेटे का नाम ध्रुव रखा है । इसी से अंदाजा लगा लीजिए ।

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  2. वाह गुरू.. मैं बहुत दिनों से इसी टॉपिक पर एक पोस्ट लिखने की सोच रहा था.. मगर समय के अभाव में टलता रहा..
    आपने तो पहले ही गेंद पर छक्का जमा दिया..

    युनुस जी से भी एक बात कहनी है.. अभी 24 को मेरे भैया को बेटा हुआ है और मैं तो उसका नाम ध्रुव ही रखने को सभी को कह रहा हूं.. :D

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  3. वैसे तो कोई डोले-सोले वाला कलाकार चाहिए होगा, कम से कम कुनाल खेमू (शायद यही नाम है) डोगा बने तो चले, कुनाल कपूर तो कतई नहीं.

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  4. Shukriya Yunus Ji, PD aur Sanjay Bhai- Mujhe lagta hai yadi Sohail Khaan (kaash ki wah achhi acting kar pata) bhi Suraj/Doga ka role kare toh dekhne mein maza aaye :)

    Punahshcha:
    Hindi mein type karne ka abhyast na hone ki vajah se kahin kahin trutiyaan reh gayin hain..aur unhein main yahaan se edit nahi kar paa raha..

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  5. hello sir main rahul 19 saal ka hoon aur lucknow se.mai bhi ek chota sa comic fan hoon aur indrajaal se lekar dc marvel daimond manoj indrajaal sabhi padhi hain,par raj comics meri pasandida hai,lagbhag 95% raj comics pad chuka hoon.doga mujhe bhi kafi pasand hai aur dhruv sabse pasandida hain.doga ki movie ko lekar main kaafi excited hoon aur umeed hai ki kunal kapoor ji suraj aur doga ke role se poora nyay karenge.
    ye jaankar kafi khushi hui ki anurag ji khud comics fan hain,ab pakka hai ki ve ek comic premi ke najariye se doga ki film par kaam karenge.
    doga ke liye waise sahil khan thik honge kyuki unki body kafi fit hain,par acting me maat na khaa jaen,aur cheetah ke role k liye ravan serial me title role karne wale actor bilkul acche rahenge kyunki unki shakal kafi kuch cheetah jaisi hi hai.priyanka chopra monika ban sakti hain.

    ab baat baki heros ki to jaisa ki sanjay sir pehle bhi bata chuke hain nagraj par animtion movie ban rahi hain,aur dhruv par bhi shayad jald hi bane,sath hi mai chahunga ki bhokal par jarur raj comics ek film banae.iske bare me kabhi sanjay ji se bhi baat karunga.abhi ke liye itna hi,aur aap sabhi comics premiyoon ko mera salaam.

    raj comics hai mera janoon.

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  6. its good to hear that a movie on doga is going to be made.i would like to say the makers that please choose a hero that has a good body and can fight well.one who has read doga comics would know that doga fights fiercely and brutely.i think kunal kapoor won't be able to do it.i think stars like sunil shetty would be much better.

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